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Wednesday, 8 February 2017

I. A. Richards's - A Figurative Language

तुम लाए कपड़े

और सब नंगे हो गए

तुमने कहा

पहन कर इसे हम सभी

सभ्य सुसंस्कृत हो जाएंगे

सब बर्बर हो गए

फिर तुमने कहा

अच्छा ऐसे नहीं ऐसे पहनो

इतना नहीं इतना पहनो

ऐसा पहनो वैसा पहनो

पर हमारे हिसाब से पहनो

जिसे आसानी से उतारा जा सके

चाहे घर हो संसद हो या हो सड़क

कपड़े से तुम कितना खेलते हो

बंद कमरे में नंगा होओगे खुद

और स्त्री को कर दोगे नंगा

कहोगे यह नंगापन नहीं प्रेम है

फिर तुम्हीं मर्यादा संस्कृति की रक्षा में

किसी स्त्री को कर दोगे खाप में नंगा

कहोगे उसका परिवार था ही इस लायक

तुमने यह भी कहा

कपड़े से कुछ नहीं छुपता

इंसान विचारों से होता है नंगा

इस तरह तुम

सामंती लैंगिक क्रूरता से

छुपाते रहे नंगापन

औद्योगिक घरानों की सांठगांठ से

जो मेहनत की रक्त में

कपड़े बुन रहे थे

तुम करते हो भेद कपड़े से

कौन कितना कमाता है

किसकी हैसियत कितनी है

वह विकसित है कि अविकसित है

कपड़े में लिपटा व्यक्ति इंसान नहीं

अमीर है या गरीब है

वह नर है कि मादा है

उसकी जाति क्या है

उसका धर्म क्या है

कौन करेगा यह कनफेशन

कि जब तक तुम्हारे कपड़े नहीं आए थे

कोई नंगा नहीं था  

 I.A. Richards’s – A Figurative Language

Scientific  study :-
  
  (1)     Words Kapde and Naange means wearing clothes and nudity both are contrast, so this first question arise when we read this poem as a scientific way.

  (2 )            तुम लाए कपड़े

                और सब नंगे हो गए

                तुमने कहा

                पहन कर इसे हम सभी

                सभ्य सुसंस्कृत हो जाएंगे
                                     Which two person talk with each other?
   (3) Why clothes used in various way?
   (4) As a feministic view also we can see, at that time we assume that the speaker of this poetry is woman.

Emotive Study :-
  
   (1) The form of the poem is satire .
   (2) Ex of some lines like: -



कहोगे यह नंगापन नहीं प्रेम है

फिर तुम्हीं मर्यादा संस्कृति की रक्षा में

किसी स्त्री को कर दोगे खाप में नंगा

कहोगे उसका परिवार था ही इस लायक

    
    In which myth of Sita from Ramayana and myth of Draupadi  from Mahabharata used .

   (4) At some point the poem is like the voice of “ AAM AADMI”  (middle class people) against the political leaders or parties.

  (5)  The concept of movie PK directed by Rajkumar Hirani      described the concept of clothes very well.
 Be transparent is important.
   
         So, when we study A Figurative Language , specially in this poem at that time we come to know that how Nature V/S Culture and language V/S Clothes portray.



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